कला, भक्ति और समर्पण का नाम है – श्री कुमार नरेन्द्र।
इनका जन्म 27 अक्टूबर 1959 को राजस्थान के सांस्कृतिक गौरव बीकानेर नगर में हुआ। बचपन से ही संगीत, नाटक और मंचीय कलाओं के प्रति अद्भुत लगाव रखने वाले कुमार जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा इलाहाबाद में तथा उच्च शिक्षा देश के विभिन्न प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों व संस्थानों से प्राप्त की। इन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से बी.ए. एवं बी.एम.यू. की उपाधि प्राप्त की।
कुमार नरेन्द्र जी ने कला को केवल अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, अपितु ‘धर्म’ के रूप में अपनाया। यह कला उन्हें श्री श्याम बाबा की भक्ति में ले आई। खाटू वाले श्याम को अपना आराध्य मानते हुए उन्होंने संपूर्ण जीवन श्याम भजन, सेवा और साधना को समर्पित कर दिया। भक्ति की इस पवित्र साधना ने उन्हें जन-जन के बीच "श्याम भक्त दादा" के रूप में प्रसिद्ध कर दिया।